घर या जमीन का रजिस्ट्री कैसे करवाएं? – Registry Kaise Hoti Hai?

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जब भी कोई व्यक्ति नया घर खरीदता है या फिर कोई नई जमीन खरीदता है, तो उसे अपनी जमीन की रजिस्ट्री करवानी पड़ती है, पर कई बार उसे यह नहीं पता होता है कि, जमीन की “रजिस्ट्री कैसे करवाएं? – Registry Kaise Hoti Hai?” तो वैसे लोगों के लिए हमारी यह पोस्ट बहुत ही फायदेमंद साबित होने वाला है, क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको “अपने जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाते हैं” इसके बारे में इंफॉर्मेशन देने वाले है|

खुद का घर होना अपने आप में काफी प्राउड फील करवाता है और इसीलिए हर कोई अपना खुद का घर खरीदना चाहता है और इसके लिए वह काफी मेहनत भी करता है| कई लोग लोन लेकर घर खरीदते हैं, तो कई लोग अपनी मेहनत की कमाई से पाई पाई जोड़ कर जमीन या फिर घर खरीदते हैं|

परंतु सिर्फ घर खरीदना ही बड़ी बात नहीं है, बल्कि वह जमीन या फिर घर आपके नाम होना भी चाहिए, जिसे आपने खरीदा है| अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो कल को कोई भी फ्रॉड व्यक्ति आपकी जमीन या फिर आपके घर पर दावा ठोक सकता है| इसीलिए सरकार ने जमीन रजिस्ट्री के कई नियम बनाए हैं, जिन्हें करके आप अपनी जमीन और अपने घर के मालिक बन सकते हैं और उस पर अपना एकाधिकार जमा सकते हैं|

लोग जमीन और घर इसलिए भी खरीदते हैं,क्योंकि यह एक बहुत ही कीमती जायदाद होती है और समय बढ़ने के साथ-साथ इनकी कीमत में भी बढ़ोतरी होती है| अगर कोई व्यक्ति कोई घर वर्तमान के समय में 30 लाख का खरीदता है, तो आगे चलकर उसकी कीमत 50 लाख से ऊपर तक पहुंच जाती है|

इस तरह से घर एक अच्छा इन्वेस्टमेंट भी माना जाता है| इसलिए बहुत से लोग जमीन और घर खरीदते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि, इनकी कीमत कम नहीं होगी बल्कि समय बढ़ने पर इनकी कीमत लगातार बढ़ेगी| खैर यह तो हो गई घर या जमीन खरीदने के फायदे की बात, अब आगे जानते हैं कि घर या फिर जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाते हैं

Contents

जमीन रजिस्ट्री या घर रजिस्ट्री का मतलब?

जब भी व्यक्ति कोई जमीन या फिर घर खरीदता है,तो उस घर का मालिक बनने के लिए, साथ ही उस घर पर अपना अधिकार प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को कोर्ट के द्वारा उस जमीन या फिर घर को अपने नाम पर रजिस्टर करवाना होता है| ऐसा करने से सरकार को भी यह पता रहता है कि,पर्टिकुलर घर या फिर जमीन का मालिक कौन है|

इसके अलावा जमीन रजिस्ट्री करवाने पर जमीन के पुराने मालिक की जगह पर आपका नाम ऑनलाइन दिखाने लगता है| अगर आपने कोई भी जमीन या फिर घर खरीदा है और आपने उसकी रजिस्ट्री अपने नाम नहीं करवाई है तो आप उस घर या फिर जमीन के असली मालिक नहीं माने जाएंगे| इसीलिए जमीन की रजिस्ट्री करवाना आवश्यक होता है|

जमीन या घर की रजिस्ट्री करवाने की प्रोसेस

जब भी कोई व्यक्ति कोई भी मकान या फिर जमीन खरीदता है, तो उसे उसकी रजिस्ट्री अपने नाम पर करवानी होती है| हालांकि यह प्रक्रिया उतनी आसान भी नहीं है| इसीलिए बहुत से लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता है| नीचे हम आपको स्टेप बाय स्टेप बता रहे हैं कि, घर या जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर कैसे करवाते हैं| “Registry Kaise Hoti Hai?”

1: सबसे पहले जमीन की प्राइस पता करें

जब भी आप कोई मकान या फिर जमीन खरीदने की कोशिश करें, तो सबसे पहले आपको यह काम करना है कि, आपको उस मकान या फिर जमीन की बाजार में कितनी वैल्यू है, इसे पता करना है क्योंकि आमतौर पर जमीन या घर का मालिक आपको बाजार से ज्यादा कीमत ही बताता है|इसीलिए आपको सबसे पहले मकान या फिर जमीन की वास्तविक कीमत पता करनी है|

2: स्टैंप ड्यूटी पेपर क्रिएट करें

जमीन की कीमत पता करने के बाद आपको उस जमीन को अपने नाम पर करवाने के लिए स्टेंप पेपर खरीदना होता है| जो व्यक्ति जमीन खरीदना चाहता है, उसे ही स्टेंप पेपर खरीदना होता है|आपको स्टेंप पेपर किसी भी वकील के पास आसानी से मिल जाएगा| इसके अलावा आप स्टेंप पेपर को ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं|

3: जमीन से संबंधित कागज का निर्माण करें

यह बात तो हम सभी जानते हैं कि, जमीन को खरीदने के लिए हमें एक वकील की आवश्यकता होती है| वकील के बिना आप जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर नहीं करवा सकते और कोई भी मकान या फिर जमीन बिना कागज के नहीं खरीदी जाती है|

इसीलिए आपको जमीन से संबंधित कागज को बनवाने के लिए वकील से संपर्क करना पड़ता है|वह जमीन से संबंधित कागज तैयार करता है और उस कागज में यह लिखा जाता है कि मकान बेचने वाला व्यक्ति अपनी मर्जी से मकान बेच रहा है और इसके लिए उसके ऊपर कोई भी दबाव नहीं है,साथ ही जमीन की कीमत भी कागज में लिखी जाती है, ताकि सारा काम पारदर्शी रहे|

4: सब रजिस्ट्रार के पास रजिस्ट्री करवाएं

जब जमीन से संबंधित या फिर मकान से संबंधित सभी कागज तैयार हो जाए, तब आपको वकील के साथ सभी डॉक्यूमेंट को लेकर रजिस्ट्रार के ऑफिस में जाना होता है, जहां पर जमीन बेचने वाले के साथ दो गवाह होना जरूरी है|

इसके बाद रजिस्ट्रार आपके सभी डॉक्यूमेंट की जांच करता है और अगर आपके सभी डॉक्यूमेंट सही होते हैं, तो रजिस्ट्रार आपसे डॉक्यूमेंट पर साइन करने के लिए कहता है, साथ ही जो व्यक्ति जमीन बेच रहा है, उससे भी डॉक्यूमेंट पर साइन करने के लिए कहता है| यह सभी प्रक्रिया वकील की देखरेख में होती है| अगर आपको इस प्रक्रिया को करने में कोई भी समस्या आती है, तो आप अपने वकील से सलाह ले सकते हैं| इस प्रकार से आपके जमीन या फिर घर की रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी हो जाती है|

5: जमीन या घर की रजिस्ट्री के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट

कोई भी नई जमीन या फिर घर खरीदने के बाद आपको उसकी रजिस्ट्री करवाना आवश्यक होता है और जमीन या फिर घर की रजिस्ट्री करवाने के लिए आपको अपने साथ कुछ डॉक्यूमेंट लेकर अदालत में जाना पड़ता है|वह डॉक्यूमेंट इस प्रकार है|

– जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए आपके पास अपना आइडेंटी कार्ड होना चाहिए|आईडेंटिटी कार्ड के तौर पर आप अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड या फिर ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल कर सकते हैं|

– इसके अलावा आपके पास अपने खाते का सर्टिफिकेट भी होना आवश्यक है|

– इसके साथ ही आपके पास एनओसी यानी कि नो “ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट” होना भी जरूरी है| यह काफी अहम दस्तावेज माना जाता है, जमीन की रजिस्ट्री करवाने में|

– इसके अलावा आपको “अलॉटमेंट लेटर” की भी आवश्यकता पड़ेगी| अलॉटमेंट लेटर आप अपने जिले की तहसील से बनवा सकते हैं|

– जमीन खरीदने या फिर बेचने के लिए आपके पास आपकी जमीन या फिर घर से संबंधित टैक्स की लेटेस्ट स्लिप होनी चाहिए|

– इसके अलावा आपके पास जमीन या घर से संबंधित “जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी” भी होनी आवश्यक है|

– इसके अलावा आपको “बैनामा डॉक्यूमेंट” भी बनवाना पड़ता है|

Conclusion

तो बहरहाल इस पोस्ट में इतना ही उम्मीद है जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाएं? Registry Kaise Hoti Hai? अब आप यह भली भाँती जान चुके होंगे! यदि आपके लिए यह पोस्ट फायदेमंद साबित हुई है तो दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर सांझा करना न भूलें!

 


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RK is the Author & Founder of the sahihoga.in . He has also completed his graduation in engineering

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